Big Bull के टाटा स्टॉक को मिला बड़ा टारगेट, Morgan Stanley ने कहा 80% ऊपर जायेगा शेयर

Sumit Patel

अभी के समय में Titan Company का नाम हर तरफ गूंज रहा है, आपने कभी सोचा है कि टाइटन के शेयर इतनी चर्चा में क्यों हैं? वैसे तो हर निवेशक का अपना नजरिया होता है, लेकिन जब मॉर्गन स्टेनली जैसी बड़ी इन्वेस्टमेंट फर्म ने भी ‘इक्वल-वेट’ रेटिंग दी हो और टारगेट प्राइस ₹3,570 प्रति शेयर का सेट किया हो, तो कुछ तो खास बात होगी ना? और हां, मॉर्गन स्टेनली ने ये भी काफी अच्छी तेजी की संभावना जताई है। अब आपको लग रहा होगा कि ये तो बस एक और स्टॉक अपडेट है, लेकिन ठहरिए, आगे भी बहुत कुछ दिलचस्प बाकी है।

Big Bull Tata Stock Got Big Target Price

Titan Share Rocket

Titan के शेयरों ने 1 अक्टूबर को 3 दिनों की विनिंग स्ट्रीक को खत्म किया और 1% से ज्यादा की गिरावट देखी, आखिर में ₹3,783 पर बंद हुए। अगर साल-दर-साल प्रदर्शन देखा जाए, तो टाइटन ने अब तक सिर्फ 3% की बढ़त हासिल की है, जो निफ्टी 50 के 18% से काफी पीछे है। ये थोड़ा निराशाजनक हो सकता है, लेकिन घबराने की जरूरत नहीं। जून से सितंबर के बीच टाइटन ने शानदार प्रदर्शन किया था, लेकिन अक्टूबर में थोड़ा झटका लगा। यही तो स्टॉक मार्केट की खूबसूरती है, कभी खुशी, कभी गम।

ज्वैलरी कारोबार में बवाल

टाइटन का ज्वैलरी सेगमेंट तो पूरी तरह धमाल मचा रहा है! इस सेगमेंट से 16% सालाना वृद्धि की उम्मीद की जा रही है, और इसके पीछे बड़ी वजह है सोने की इंपोर्ट ड्यूटी में कटौती। जुलाई 2024 में, भारत की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोने पर इंपोर्ट ड्यूटी को 15% से घटाकर सीधे 6% कर दिया, जो कि 2013 के बाद से सबसे कम दर है। इतनी बड़ी कटौती के बाद सोने की मांग तो बढ़नी ही थी, और टाइटन का ज्वैलरी सेगमेंट इसका पूरा फायदा उठा रहा है। यही कारण है कि टाइटन अपने ग्रोथ मोमेंटम को बनाए रखने की कोशिश कर रहा है।

घड़ी व्यापार भी अच्छा

आपको ये जानकर भी अच्छा लगेगा कि टाइटन सिर्फ ज्वैलरी तक सीमित नहीं है। घड़ियां, चश्मे और अन्य फैशन एसेसरीज भी इसके बिजनेस का हिस्सा हैं। टाटा ग्रुप की यह कंपनी 1984 में TIDCO के साथ मिलकर शुरू हुई थी, और आज बेंगलुरु के इलेक्ट्रॉनिक सिटी में इसका मुख्यालय है। ये कंपनी इनोवेशन और स्टाइल का बेहतरीन मिश्रण बन चुकी है, जो हर उम्र के लोगों को आकर्षित करती है।

निष्कर्ष

हालांकि, कहानी में थोड़ा ट्विस्ट भी है! वित्तीय वर्ष 2025 की पहली तिमाही के नतीजे टाइटन के लिए कुछ मिलेजुले रहे। कंपनी का शुद्ध मुनाफा सालाना आधार पर 5% घट गया, और इसके पीछे सबसे बड़ा कारण था कैरटलेन का अधिग्रहण, जिसकी वित्तीय लागत ने असर डाला। टाइटन के शेयरों को लेकर लोगों के मिले-जुले विचार हो सकते हैं। कुछ लोग इसे लंबी अवधि के लिए देख रहे होंगे, तो कुछ शॉर्ट-टर्म ट्रेडर्स अपना फायदा निकालने की सोच रहे होंगे। पर आप जो भी करें अपने व्यक्ति सलाहकार की सलाह लेकर ही करें

Disclaimer: ऊपर दिए गए विचार और सिफारिशें व्यक्तिगत विश्लेषकों या ब्रोकिंग कंपनियों की हैं, न कि "Rupya Gyan" की। हम निवेशकों को सलाह देते हैं कि किसी भी निवेश निर्णय लेने से पहले प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श करें। निवेश में जोखिम होता है और सही जानकारी के बिना निर्णय लेना हानिकारक हो सकता है।

   
           
   
               
           

मेरा नाम सुमित पटेल है, मैं आर्टिकल राइटिंग के क्षेत्र में पिछले 2 सालों से कार्यरत हूं। शेयर मार्केट के साथ ही साथ मैं टेक, रोजगार और बिजनेस से जुड़ी जानकारी भी रखता हूं। अगर आपको मेरे द्वारा लिखे गए लेख पसंद आते हैं या फिर कोई त्रुटि नजर आती है, तो कमेंट करके हमें उसकी जानकारी जरूर दें। धन्यवाद!